- अंग्रेजी भाषा शिक्षा में बाधा नहीं बनेगी
- छात्र गुजराती भाषा में मेडिकल करेंगे
राज्य सरकार ने घोषणा की है कि छात्र अगले वर्ष से गुजराती भाषा में चिकित्सा (डॉक्टर) का अध्ययन कर सकेंगे। संक्षेप में, अंग्रेजी के अलावा पाठ्यक्रम गुजराती में भी संचालित किए जाएंगे।
राज्य सरकार गुजराती भाषा में चिकित्सा अध्ययन करा सकती है ताकि भाषा अध्ययन में बाधा न बने और गुजराती भाषा को वरीयता दी जाए।
राज्य सरकार ने कहा कि गुजराती छात्र केवल गुजराती भाषा में ही चिकित्सा का अध्ययन कर सकेंगे। राज्य सरकार की घोषणा के मुताबिक यह नियम अगले साल से लागू हो जाएगा।
यह नियम उस छात्र के लिए बहुत फायदेमंद होगा जो अंग्रेजी बोल या लिख नहीं सकता है। एक नजर में सरकार का यह नियम बहुत अच्छा है क्योंकि अंग्रेजी से वंचित छात्र भी अब आसानी से चिकित्सा क्षेत्र में उन्नति कर सकता है।